अल्मोड़ा-उत्तराखंड एनएसयूआई ने मांग उठाकर उत्तराखंड सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन तक छात्रों की मांग रखी जिसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय आदि सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों व कालेजों के छात्रों को पिछले वर्ष की भांति प्रमोट करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री व उत्तराखंड शिक्षा मंत्री को सैकड़ों प्रदेश भर के एनएसयूआई के छात्र नेताओं द्वारा ईमेल,सोशल कैंपेनिंग के माध्यम से लगातार अपनी बात रखी जा रही है।महासचिव गोपाल भट्ट ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन छात्र हितों के लिए हमेशा से आवाज उठाते आया है।जहां एक तरफ कोरोना महामारी में एनएसयूआई छात्र संगठन पूरे देश व प्रदेश में जरूरतमंदों की मदद कर रहा है वहीं साथ ही छात्रों की आवाज को उठाने का काम कर रहा है।उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिन पहले हायर एजुकेशन उत्तराखंड बैठक में (शिक्षा मंत्री व विश्वविद्यालय प्रशासन ) द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रथम सेमेस्टर और फाइनल ईयर और फाइनल सेमेस्टर के विद्यार्थियों के एग्जाम कराए जाएंगे।उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन मांग करता है कि फर्स्ट सेमेस्टर और फर्स्ट ईयर के छात्रों को पूरे प्रदेश भर के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रमोट किया जाए।सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के छात्र हिमांशु जोशी ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी की मार से प्रदेश के छात्र और आमजन परेशान है।सरकार द्वारा वैक्सीनेशन की पूर्ण रूप से अभी व्यवस्था नहीं की गई है।बहुत से छात्र भी कोरोना संक्रमित हैं।बागेश्वर महाविद्यालय के छात्र नेता रुद्रा पांडे ने कहा कि हजारों छात्रों की मांग को देखते हुए एनएसयूआई का रुख स्पष्ट है।उसकी मांग है कि वह सरकार पहले छात्रों को वैक्सीनेट कराएं उसके बाद अंतिम वर्ष के छात्रों को परीक्षा दिलवाई जाए।प्रदेश महासचिव एनएसयूआई गोपाल भट्ट ने कहा कि यह हजारों छात्रों की मांग है।सभी छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाए। एनएसयूआई महानगर अध्यक्ष रुद्रपुर चेतन भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सभी छात्र ऑनलाइन असाइनमेंट और प्रैक्टिकल देने में असमर्थ रहे हैं।उन्हें मौका भी दिया जाए कि ऑफलाइन फाइल जमा कर सके और राज्य सरकार से मांग की कि वह छात्रों की फीस में वृद्धि ना करें।अनेक विश्वविद्यालयों में फीस बढ़ोतरी की जा रही है।एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक नीरज रावत ने कहा कि श्रीदेव सुमन विवि मुख्य उच्च शिक्षा सचिव एम एम सेमवाल द्वारा जारी पत्र में देवेन्द्र सिंह रावत वर्तमान तैनाती एल टी अध्यापक कांडा भरदार जिला रुद्रप्रयाग को सब रजिस्ट्रार की नियुक्ति दी गयी है जो घोटाले और भ्रष्टाचार के संकेत देता है।उन्होंने मांग की है कि एक जांच समिति बनाकर इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और जांच समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।साथ ही एनएसयूआई नेत्री आकांक्षा रस्तोगी ने कहा कि शिक्षा मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।वह लगातार दिन प्रतिदिन अनावश्यक बयान देते हैं और सरकार द्वारा छात्रों को हमेशा अधर में रखा गया है।श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के एनएसयूआई नेता तनुज पुरोहित ने कहा कि एक तरफ एक बार सेमेस्टर सिस्टम लागू कर रहे हैं और दूसरे वर्ष उसको ईयर में कन्वर्ट कर देते हैं और तीसरे वर्ष उसे फिर सेमेस्टर में लागू करने की बात करते हैं यह कहीं न कहीं सरकार की जो पॉलिसी है उस पर कहीं न कहीं प्रश्न चिन्ह लगाता है। यह सब को समझने की आवश्यकता है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।एनएसयूआई के प्रदेश संयोजक व छात्र एमबीपीजी हल्द्वानी पंकज कुमार नेे कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार छात्रों के साथ छल करने का काम कर रही है।एनएसयूआई छात्र संगठन व छात्र चाहते हैं कि स्पष्ट शिक्षा नीति हो।उन्होंने कहा कि शिक्षक पुस्तक की लड़ाई हम लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे।