अल्मोड़ा-आज पर्वतीय सस्ता गल्ला संघ के जिलाध्यक्ष संजय साह रिक्खू ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि समय-समय पर सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं के लिए हर रोज नए-नए कानून नए-नए नियम निकाले जा रहे हैं जबकि पूर्व कोरोना काल में सबसे ज्यादा अगर ईमानदारी से किसी ने काम किया है तो वह सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने किया।कोरोनाकाल में जब लोग रिश्ते नातों को ताक में लगाकर अपनी जिम्मेदारियां से मुंह मोड़ रहे थे उस समय अपने जीवन की परवाह किए बगैर सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने घर-घर जाकर गरीब असहायों को राशन बांटने का काम किया।ऐसे में हर रोज नए तुगलकी फरमान जारी होने से अल्मोड़ा जिले के सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता अपने आप को असहाय सा महसूस कर रहे हैं। इसी संदर्भ में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं की परेशानियों को देखते हुए दिनांक 6 जुलाई को पर्वतीय सस्ता गल्ला विक्रेता संघ ने एक महत्वपूर्ण बैठक अपराह्न 12 बजे नंदा देवी गीता भवन में आहूत की है जिसमें अल्मोड़ा जिले के समस्त पदाधिकारी एवं सरकारी सस्ता विक्रेताओं को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी है।बैठक में जिस किसी भी व्यापारी की कोई समस्या होगी उसे समस्या के लिए सभी की राय से उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सभी लोगों से निवेदन किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे।

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