देहरादून-युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय कमेटी ने आधिकारिक तौर पर पूरे देश में राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची जारी की है।जिसमें कुल 72 प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किये गए हैं। जिसमें से हर प्रदेश से बड़े प्रदेशो में 3 और छोटे प्रदेशों में 2 प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त हुए हैं।इसमें उत्तराखंड से भी 2 नाम गौरव जसवाल और आरुषि का है।अब यह दोनों ही युवा कांग्रेस की ओर से प्रदेश प्रवक्ता के तौर पर उत्तराखंड का पक्ष रखते हुए आपको नजर आएंगे।आपको बता दें की गौरव जसवाल उत्तराखंड के सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ (मुनस्यारी) से ताल्लुख रखते हैं।गौरव को लगातार अपनी कर्तव्यनिष्ठ,कर्तव्य परायणता और संगठन के प्रति वैचारिक सैद्धांतिक सोच रखने के चलते एक बार फिर से युवा कांग्रेस का प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया है।गौरव जसवाल का उत्तराखंड में युवाओं के बीच अच्छा वर्चस्व माना जाता है और वह कांग्रेस की आने वाली पीढ़ी के उत्तराखंड प्रदेश के अग्रिम पंक्ति के नेताओं में गिने जाते हैं।प्रदेश के युवा उन्हें उत्तराखंड युवा का मसाल गौरव जसवाल जैसे शब्दो से अनुमोदित करते हैं।युवा कांग्रेस ने एक मध्यमवर्गीय परिवार,सीमावर्ती जिले और उत्तराखंड के युवा दलित चेहरे को प्रदेश प्रवक्ता के तौर पर नियुक्त किया है।गौरव जसवाल बजेला लगातार पिछले 8 सालों से एनएसयूआई,यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के लिए हर तरीके से संघर्षरत हैं और पार्टी के लिए लगातार वफादारी से काम करते हुए आए हैं।हालांकि पूर्व में उत्तराखंड युवा कांग्रेस ने प्रदेश में 11 प्रवक्ताओं को नियुक्त किया था और उससे पूर्व से भी युवा कांग्रेस में कई अन्य युवा नेता प्रवक्ता पदों पर विराजमान थे।परंतु अब राष्ट्रीय कमेटी ने आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड प्रदेश के 2 प्रवक्ताओं का नाम ही चयनित किया है।इस मौके पर गौरव ने बताया की उनके पार्टी के प्रति समर्पण,प्यार और स्नेह के भाव को देखते हुए युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास वीवी,युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्ण अलावरु,युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम लांबा,मनीष चौधरी तथा युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी मीडिया राहुल राव ने उन पर भरोसा जताया है।इस अवसर पर गौरव जसवाल बजेला ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास और संपूर्ण राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का आभार प्रकट किया।आपको यह भी बताते चलें की गौरव राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के करीबी माने जाते हैं और दिल्ली दरबार में उत्तराखंड की आंख और कान कहे जाते हैं।