अल्मोड़ा-अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की धर पकड़ हेतु अभियान चलाया जा रहा है तथा डा० नीलेश आनंद भरणे पुलिस उप महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल द्वारा पद भार ग्रहण करते ही सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी की लगातार समीक्षा की जा रही थी,जिस कारण सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किए जा रहे थे।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा पंकज भट्ट द्वारा समस्त थाना प्रभारियों एस०ओ०जी० को माओवाद संगठन से सम्बन्धित वांछित ईनामी अभियुक्त भाष्कर पांडे की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था,इसके फलस्वरूप टीम द्वारा लगातार सुरागरसी/पतारसी कर धर पकड़ की कार्यवाही की जा रही थी।दिनांक 13.09.2021 को कुमाऊँ एस०टी०एफ० की गोपनीय सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसओजी प्रभारी उ०नि० नीरज भाकुनी द्वारा मय एस०ओ०जी० अल्मोड़ा टीम के भाष्कर पांडे उर्फ भुवन पांडे उर्फ तरुण पांडे उर्फ मनीष पांडे उम्र करीब 36 वर्ष पुत्र शिवानंद पांडे निवासी ग्राम भगरतोला जागेश्वर तहसील भनोली जिला अल्मोड़ा को ग्राम पेटशाल में हरिदत्त पेटशाली इंटर कॉलेज के पास पैदल रास्ते पर गिरफ्तार किया गया है।
भाष्कर पांडे काफी समय से माओवाद संगठन से जुड़ा हुआ था तथा उत्तराखण्ड में माओवाद की जड़ जमाने की कोशिस कर रहा था।
उक्त भाष्कर पांडे व उसके 2 साथियों के विरूद्ध वर्ष 2017 में विधान सभा चुनाव को प्रभावित करने,सरकार के विरूद्ध जन युद्ध खड़ा करने तथा दीवारों सार्वजनिक स्थानों में सरकार व चुनाव विरोधी पोस्टर चिपकाने पर थाना सोमेश्वर,थाना द्वाराहाट,राजस्व क्षेत्र पल्यो तहसील अल्मोड़ा तथा जनपद नैनीताल के तहसील धारी में भी मुकदमा दर्ज किया गया था।
पूर्व में 2 साथी देवेन्द्र चम्याल एवं भगवती भोज को पुलिस द्वारा चोरगलिया हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया गया था।अब तक गिरफ्तारी न होने के कारण भाष्कर पांडे उपरोक्त को वांछित घोषित कर 20 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।भाष्कर पांडे ने पूछताछ में बताया कि वह वर्ष 2006 से माओवादी संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी से जुड़ा है,इस संगठन में उत्तराखंड के जोनल कमेटी के सचिव खीम सिंह बोरा था। उक्त संगठन में भाष्कर पांडे उपरोक्त के साथ देवेंद्र सिंह चम्याल भगवती भोज भी सक्रिय सदस्य थे।संगठन द्वारा उक्त चारों को जन आंदोलन करने के लिए तथा उत्तराखंड राज्य के विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए निर्देशित किया गया था।जिसको कार्यान्वित करने के लिए चारों लोग संबंधित क्षेत्र में अपने कार्य को अंजाम देने से पूर्व एकांत स्थान जंगल में मीटिंग कर कार्य योजना बनाते थे, तत्पश्चात योजना के मुताबिक चिन्हित स्थानों पर माओवादी विचारधारा से संबंधित पंपलेट पोस्टर चिपकाते थे तथा उपरोक्त द्वारा ही वर्ष 2017 में सोमेश्वर तथा द्वाराहाट के विभिन्न क्षेत्रों में सरकार के विरूद्ध जन युद्ध खड़ा करने के उद्देश्य से दीवारों,सार्वजनिक स्थानों में,सरकार व चुनाव विरोधी पोस्टर पोस्टर चिपकाये जाने की बात कबूल की गयी तथा बताया कि खीम सिंह बोरा जो उत्तराखण्ड के एरिया कमाण्डर था,उसकी गिरफ्तारी के बाद संगठन को उत्तराखण्ड में मजबूत करने हेतु भाष्कर पांडे को एरिया कमाण्डर नियुक्त किया गया था।भाष्कर पांडे के अतिरिक्त उपरोक्त तीन लोगों खीम सिंह बोरा,देवेन्द्र चम्याल तथा भगवती भोज को पुलिस द्वारा पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया था, भाष्कर पांडे उत्तराखण्ड में माओवाद की जड़ो को फिर से जमाने का कार्य कर रहा था,उपरोक्त को गिरफ्तार कर अल्मोड़ा पुलिस ने एक तरफ से माओवाद की ताबूत में आखिरी कील गाड़ दी है।20 हजार के ईनामी माओवादी भास्कर पांडे को अल्मोड़ा पुलिस और STF ने ज्वाइंट एक्शन में अल्मोड़ा से गिरफ्तार किया है।भास्कर पांडे उत्तराखंड का आखरी वांटेड माओवादी था,जो खीम सिंह बोरा का सबसे खास साथी माना जाता है।इस उत्कृष्ट कार्य हेतु अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय द्वारा पुलिस टीम को 20,000 का इनाम और मेडल देने की घोषणा की है।
बरामदगी में भाष्कर पांडे उपरोक्त की तलाशी लेने पर 2 पैन ड्राईव,2 वोटर आई०डी०,1 वीवो कम्पनी का एन्ड्राईड मोबाईल फोन,आधार कार्ड, 2 किताब तथा रुपये 32265 नकद बरामद हुए।गिरफ्तारी टीम में उ० नि० नीरज भाकुनी(प्रभारी एस०ओ०जी० अल्मोड़ा),का० 46 नापु० दिनेश नगरकोटी एस०ओ०जी० अल्मोड़ा,का० 91 नापु० संदीप सिंह एस०ओ०जी० अल्मोड़ा,का० 65 नापु०राजेश भट्ट एस०ओ०जी० अल्मोड़ा,का० 289 नापु० दीपक खनका एस०ओ०जी० अल्मोड़ा,का० 271 नापु० मोहन बोरा एस०ओ०जी०साईबर सैल अल्मोड़ा
एसटीएफ,निरीक्षक एम० पी० सिंह,एस०आई० बृज भूषण गुरुरानी,
ए०एस०आई० प्रकाश भगत,का० किशोर कुमार,का० महेंद्र गिरी,का० प्रमोद रौतेला,का० मनमोहन सिंह,का० नवीन कुमार शामिल रहे।