अल्मोड़ा-आज 7 जुलाई को रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण संघर्ष समिति विभिन्न मांगो को लेकर 16 वे दिन भी भारी बारिश के बीच धरने पर अड़ी रही।समिति ने जिलाधिकारी से माँग की कि सीवर लाईन पड़ने के कारण बरसात के पानी की निकासी का पारंपरिक मार्ग सड़क के नीचे स्थित मकानों की ओर हो गया है,जिससे लोगो के मकानों बचाने के लिए निकासी नाले की ओर किये जाने की आवश्यकता है।शिव मंदिर से सेवा सदन व नवनिर्मित सीवर लाइन की एस आई टी जांच की मांग को लेकर संघर्ष समिति के धरना जारी रखा।भारी बारिश के बीच आंदोलनकरियो का धरना जारी रहा।आज धरना स्थल पर भारी बारिश के बीच अल्मोड़ा के विभिन्न वार्डो से लोगो ने आकर धरने को समर्थन दिया।वक्ताओं में कहा कि जब तक उपरोक्त मांगो को मान नही लिया जाता धरना जारी रहेगा।साथ ही कार्यदायी संस्थाओ नगरपालिका व लोनिवि के कार्यो की गुणवत्ता पर भी संघर्ष समिति नज़र रखेंगी।संघर्ष समिति ने मार्ग की कि गुणवत्ता के मानक रखे है कि विभागों द्वारा जब तक पूर्ण आश्वासन नही दिया जाता कि उनके द्वारा मार्ग निर्माण के बाद लोगो के घरों में पानी नही जाता व अगली बरसात में मार्गों दुरुस्त रहते है तभी आंदोलन समाप्त किया जाएगा।इसके अतिरिक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल कार्यदायी संस्था के विभागाध्यक्ष से मिलकर होने वाले कार्यो की जानकारी लेगा।धरने पर मौजूद महिलाओं ने कहा कि सीवर लाइन बनने से पेयजल की लाइन विभिन्न जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गयी है जिससे रिस कर उनके घरों में पानी आ गया है जो बड़े हादसे को दावत दे रहा है।लोग रात भर आपदा की आशंका से रात भर सो नही पा रहे है तथा रात भर पहरा देने को मजबूर है।विभाग में बार बार शिकायत करने पर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बरसात में सड़क खोदना सम्भव नही है।जबकि लोगो का कहना है कि पाईपलाइन की मरम्मत का ये कार्य तो बरसात से पूर्व ही हो जाना चाहिए था।इससे विभाग की कार्य शैली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगता है।आज के धरने में धरने के संयोंजक विनय किरौला,दीप चन्द्र पांडे,आशीष जोशी,सुजीत टम्टा, राहुल पंत,पवन पंत,सुमित नज्जौन,नरेंद्र सिंह नेगी,शम्भु दत्त बिष्ट,संगीता भंडारी,गुड़िया बिष्ट,पूनम जोशी,सुशीला बिष्ट,माया बिष्ट,कमला द्रमवाल, मुन्नी बिष्ट,बीना पंत,हिमांशु पंत,तनुजा पंत,मनीषा पंत,अर्चना पंत,मीनाक्षी पांडे,माया बिष्ट,ज्योति पांडे,गीता पांडे, को नीमा पंत,मीनू पंत,दीपा बिष्ट,दीपाली पांडे, गीता पंत आदि मौजूद थे।

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