अल्मोड़ा-आज प्रैस को जारी एक बयान में अल्मोड़ा कांंग्रेस के नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला ने कहा कि मेडिकल कालेज के प्राचार्य को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए जो प्रयास भाजपा के मंत्री द्वारा किये जा रहे हैं वे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं।उन्होंने कहा कि प्रोटोकाल उल्लंघन के नाम पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य का यदि राजनैतिक विद्वेष की भावना से स्थानांतरण किया जाता है तो यह बेहद शर्मनाक होगा।उन्होंने कहा कि आज साढ़े चार वर्षों बाद भी भाजपा की प्रदेश सरकार अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को संचालित नहीं करवा पाई।इसके विपरीत वहां की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चला रहे प्राचार्य पर अनावश्यक दबाव भाजपा के मंत्रियों द्वारा बनाया जा रहा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व भाजपा की मंत्री ने मेडिकल कालेज में बैठक ली थी।प्राचार्य के द्वारा बैठक के बीच में विधानसभा उपाध्यक्ष का फोन उठा लिये जाने से मंत्री गुस्से में आ गयी थी और प्राचार्य को प्रोटोकॉल का पाठ पढाने लग गयी थी जबकि उस बैठक में भाजपा के पदाधिकारियों को बैठाकर मंत्री ने प्रोटोकॉल का स्वयं उल्लंघन कर दिया था।उन्होंने कहा कि ध्यान देने वाली बात यह है कि मंत्री एवं विधानसभा उपाध्यक्ष दोनों ही भाजपा के हैं।ऐसे में इस छोटी सी बात को तूल देकर प्राचार्य पर दबाव बनाना सही नहीं है।उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि मंत्री ने प्राचार्य के तबादले के लिए बकायदा पत्र तक लिखा है।श्री रौतेला ने कहा कि कोरोनाकाल में मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने पूरी मेहनत के साथ कार्य किया है।यदि इसी तरह से भाजपा के लोग एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए प्राचार्य का तबादला करवाते रहेंगे तो सोचनीय विषय है कि कैसे मेडिकल कालेज अपने अस्तित्व में आयेगा?उन्होंने कहा कि भाजपा के अन्दर गुटबाजी अपने चरम पर है।परन्तु भाजपा इस गुटबाजी को अपने अन्दर तक रखे।उन्होंने कहा कि अपनी आपसी गुटबाजी में अपने पद की ताकत का इस्तेमाल कर इस तरह मेडिकल कालेज के प्राचार्य के स्थानांतरण के लिए प्रयास ना करे।उन्होंने कहा कि इससे बेहतर होता कि भाजपा के ये मंत्री और नेता जनहित में प्रयास करके अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को संचालित करवाते जिससे जनता को लाभ मिलता।उन्होंने कहा कि भाजपा इस तरह अधिकारियों ए तबादले करने पर ध्यान केन्द्रित ना करके यदि विकास में ध्यान दे तो जनता का भला हो।उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद,मंत्री एवं विधानसभा उपाध्यक्ष तक भाजपा से होने के बाबजूद अभी तक अल्मोड़ा मेडिकल कालेज का अभी तक संचालित ना हो पाना भाजपा की मंशा को साफ प्रदर्शित करता है।