अल्मोड़ा-हाईकोर्ट ने मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर आरोपों के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं इस विषय पर आम आदमी पार्टी प्रवक्ता अमित जोशी ने आज एक प्रेस वार्ता की।प्रेस वार्ता के दौरान अमित जोशी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के इतिहास में यह अपने आप में पहला मामला है जहां कोर्ट ने किसी मुख्यमंत्री के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए।आप प्रवक्ता ने कहा कि कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश के बाद मुख्यमंत्री को नैतिकता और पद की गरिमा को देखते हुए तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और सीबीआई जांच में पूरा सहयोग करना चाहिए।उन्होंने कहा कि कोर्ट ने एक पत्रकार की याचिका पर मुख्यमंत्री पर लगाए गए आरोपों के आधार पर सीबीआई को एफ आई आर दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं। पत्रकार की पैरा 8 को आधार बनाते हुए कोर्ट ने सीबीआई जांच के लिए कहा है।श्री जोशी ने कहा कि सेवानिवृत्त प्रोफेसर हरेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में एक पत्रकार के खिलाफ ब्लैकमेलिंग सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।जिसमें राजद्रोह का मामला भी शामिल था। हरेंद्र रावत ने अपने मुकदमे में एक वीडियो का हवाला दिया था जिसमें झारखंड के निवासी अमृतेश चौहान नाम के व्यक्ति को गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाने के नाम पर घूस की राशि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजने की बात कही गई थी।वहीं उमेश कुमार ने इस मामले से जुड़ी 20 सीडी कोर्ट को सौंप कर सीबीआई जांच और प्राथमिकी रद्द करने की मांग की थी। अब कोर्ट द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ सीबीआई जांच देने पर ये मामला अब सीबीआई जांच में चला गया।श्री जोशी ने कहा कि आप पार्टी का यह मानना है की जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले मुख्यमंत्री रावत पर खुद भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और कोर्ट के सीबीआई जांच के आदेशों के बाद मामला और भी गंभीर हो गया इसलिए मुख्यमंत्री अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे।अगर मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा नहीं देते तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतर कर सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।