अल्मोड़ा-भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला सहकारी बैंक अल्मोड़ा के अध्यक्ष ललित लटवाल ने आज जारी बयान में कहा कि मोदी सरकार जो कृषि बिल लाई है वह पूरी तरह से किसानों के हित में है।इस मुद्दे पर कांग्रेस बेवजह विरोध कर रही है।उन्होंने कहा कि जो मोदी सरकार हर साल किसानों के खाते में 6000 रुपये डाल रही है वो किसान विरोधी कार्य कैसे कर सकती है?कांग्रेस का विरोध केवल दिखाने के लिए हो रहा है और उन्हें आज से ही लगने लगा है कि 2024 में भी सत्ता उनके हाथ नही आने वाली।उन्होंने कहा कि एमएसपी जैसे मुद्दे पर कांग्रेस किसानों को बरगला रही है जबकि किसान बिल का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य से कोई लेना-देना नहीं है।जो एमएसपी दिया जा रहा है वह भविष्‍य में भी दिया जाता रहेगा।उन्होंने कहा कि इस बिल से मंडी सिस्टम में भी कोई बदलाव नही होने वाला जैसा सिस्टम है वो ही बना रहेगा,बस किसान बिल से किसानों को आजादी मिलती है।अब किसान अपनी फसल किसी को भी कहीं भी बेच सकते हैं।इससे ‘वन नेशन वन मार्केट’ स्‍थापित होगा,बड़ी फूड प्रोसेसिंग कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करके किसान ज्‍यादा मुनाफा कमा सकेंगे।श्री लटवाल ने कहा कि किसान अब अपनी फसल उगाने से पहले ही बेच सकेंगे जिससे किसानों को ये फायदा होगा कि उन्हें अपनी फसल फेंकनी या जलानी नही पड़ेगी और इस बिल में साफ कहा गया है कि किसानों की जमीन की बिक्री,लीज और गिरवी रखना पूरी तरह प्रतिबंधित है।समझौता फसलों का होगा जमीन का नहीं।कई राज्‍यों में बड़े कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर किसान गन्‍ना,चाय और कॉफी जैसी फसल उगा रहे हैं। अब छोटे किसानों को ज्‍यादा फायदा मिलेगा और उन्‍हें तकनीक और पक्‍के मुनाफे का भरोसा मिलेगा।लेकिन कांग्रेस और सारे विपक्षी दल किसानों को गलत दिशा की और ले जा रहे जो सही नही है।