अल्मोड़ा- कल दिनांक 22/06/2024 से रानीधारा लिंक रोड के सुधारीकरण को लेकर प्रारम्भ हुए धरने के आज द्वितीय दिवस में रानीधारा क्षेत्र के निवासियों को धरने में अल्मोड़ा के विभिन्न क्षेत्रों के लोगो का भी समर्थन मिला,जिसमें धारानौला,विवेकानंद पूरी,थाना बाजार,राजपुरा,नरसिगबाड़ी के निवासियों ने भी धरने में शामिल होकर इस मार्ग के सुधारीकरण की मांग उठाई।
वक्ताओं ने कहा कि लंबे समय से इस रोड का निर्माण न होना जनप्रतिनिधियों की जनता के प्रति उदासीनता व प्रदेश में पूर्ण रूप से हावी हो चुकी नौकरशाही का जीता जागता उदाहरण है,विभिन्न स्कूलों को जोड़ने वाला यह मार्ग जिसमें स्कूली बच्चे रोजमर्रा में स्कूल जाने के लिए प्रयोग करते है,बद से बदत्तर हो चुका है,जो बरसात में बड़ी आपदा को दावत दे रहा है,रानीधारा जो अल्मोड़ा प्रबुद्ध जनों,बुद्धिजीवियों के निवास स्थान है और अल्मोड़ा नगर का सबसे समृद्ध इलाका माना जाता है,वहा विकास की स्थिती इतनी दयनीय है कि सालों से एक लिंक रोड का निर्माण नही हो पाया है तो अल्मोड़ा नगर के अन्य इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का पता लगाया जा सकता है,वक्ताओं ने कहा कि कुमाऊँ-गढ़वाल के सबसे पुराने नगर जिसकी स्थापना लगभग 500 साल पहले हो गयी थी,को उचित नेतृत्व न मिलने से अव्यवस्थाओं का नगर बन कर रह गया है।आज द्वितीय दिवस के धरने में रिटायर्ड प्रोफेसरों,बुजुर्ग अम्मा और स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों का भी साथ मिला,सबने कहा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और विभागों के अधिकारियों की उदासीनता ने किया गर्मी में सड़क पर बैठने को मजबूर है,सभी ने एक सूत्र में कहा जब तक इस लिंक रोड का निर्माण नही होता धरना जारी रहेगा।आज के धरने में धरने के सयोजक विनय किरौला,डॉ सैयद अली हामिद,डॉ एस0एस0पथनी, महेंद्र सिंह गैडा,नवीन भट्ट,रोहित पंत,संदीप द्रमवाल, दीप चंद्र बिष्ट,शम्भू दत्त बिष्ट,हेम चंद्र सिराडी,दीपा बिष्ट,बिना पंत,नीमा पंत,मीनू पंत,महेश चंद्र बिष्ट,नीरजा चौहान,अर्चना पंत,माया बिष्ट सहित दर्जनों लोग शामिल थे।