बागेश्वर-बागेश्वर के समाजसेवी गंगा सिंह बसेड़ा ने वर्ल्ड रिकॉर्ड हरिमोहन सिंह ऐठानी ऐठान कपकोट वाले जो गणित के क्षेत्र में कई नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड और अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं को पद्यश्री पुरस्कार देने की मांग की है।उन्होंने बताया कि इनके इस कार्य का सफर सन 2009 से शुरू हुआ था।सन 2014 में इनको लिम्का नेशनल और सन 2015 में वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला था।अभी तक जो भी रिकॉर्ड और अवार्ड मिले हैं ये प्रमुख रूप से मैजिक स्क्वायर,द्विघात समीकरण के मूल का सूत्र,हेरॉन का त्रिभुज का क्षेत्रफल निकालने का सूत्र का सत्यापन और 120 भुजाओं का सम बहुभुज और उससे बनने वाले वृत्त के बीच क्षेत्रफल की समानता के बीच सम्बन्ध स्थापित करने के लिए मिले हैं।इन्होंने गणित के कई पहलुओं पर अध्ययन किया है और अब इनका विशेष फोकस अभाज्य संख्या पर है जो की एक अत्यधिक जटिल गणितीय समस्या है,विश्वभर के गणितज्ञों और गणित प्रेमियों के लिए जो की अभी तक पहेली बनी हुई है।इन्होंने अभाज्य संख्या को ज्ञात करने के लिए या कौन सी संख्या अभाज्य संख्या होगी।एक सूत्र निकालने का प्रयास किया है।जो कि काफी सरल है और कैलकुलेशन भी ज्यादा नहीं है।यह इनका एक प्रयास है जो एक छोटे समय के अध्ययन करने के बाद खोज किया है।हरिमोहन ऐठानी वर्तमान समय में निजी विद्यालय माँ उमा हाईस्कूल में कार्यरत हैं और अपने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी गणित के नए खोजों को करने में जुटे रहते हैं। किंतु किसी से प्रकार से शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से किसी प्रकार का प्रोत्साहन आज तक नहीं मिला है।इस प्रकार के व्यक्तित्व को यदि समाज में सम्मानित नहीं किया गया तो उनका मनोबल टूट सकता है। श्री बसेड़ा ने कहा कि इसलिए समय रहते हुए हमारे जनप्रतिनिधियों ने हमारे उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले व्यक्तित्व को सम्मान देना चाहिए।