अल्मोड़ा-आज प्रैस को जारी एक बयान में जिलाध्यक्ष पीताम्बर पान्डेय ने कहा कि अल्मोड़ा नगर के लिए वर्तमान एवं पिछली सरकारों द्वारा करोड़ो रूपया व्यय करने के बाद भी जल संस्थान एवं जल निगम अल्मोड़ा द्वारा पेयजल की समुचित व्यवस्था करने में असफल रहने से आज अल्मोड़ा नगर एवं आस पास के क्षेत्रवासियों में पेयजल की किल्लत से बेहद रोष व्याप्त है।जिलाध्यक्ष पान्डेय ने कहा कि जनपद अल्मोड़ा के कई गांवों में घर घर नल योजना द्वारा बहुत बड़ी धनराशि का कार्य किया जा रहा है।लेकिन ये बहुत बढे दुर्भाग्य का विषय है कि कई ग्रामों की जनता पेयजल संकट से जूझ रही है।जल निगम एवं जल संस्थान विभाग इस पेयजल संकट के लिए एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं।भारी बरसात से भी कई योजनाओं को क्षति पहुंची है।लेकिन इन योजनाओं के शीघ्र मरम्मत की ओर उक्त दोनों विभाग उदासीन बने हुए हैं।उन्होंने कहा कि एक ओर राज्य सरकार पेयजल व्यवस्था के लिए अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त है वहीं इसके विपरीत भारी भरकम धनराशि का पेयजल योजनाओं में खर्च होने के बावजूद जनता में पेयजल संकट होना एक चिन्ता और जांच का विषय है।सरकार की घर घर नल योजना में स्त्रोतों की अनदेखी की जानी एवं सम्बन्धित गांव तक पर्याप्त मात्रा में पेयजल सुलभ ना होने से स्पष्ट होता है कि सरकार पेयजल विभाग से मिलीभगत कर जनता को गुमराह करने के साथ ही जनता के धन का दुरूपयोग कर रही है।पूर्व में ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक जल स्तंभों का निर्माण किया गया था जिससे वहां के परिवार सामूहिक रूप से पेयजल का उपयोग करते थे।लेकिन सरकार द्वारा घर घर सूखे नल बिछाने की योजना से ऐसा प्रतीत होता है कि आम जनता एक तरफ तो पेयजल से वंचित होगी ही होगी वहीं दूसरी तरफ इस षडयंत्र के तहत आने वाले समय में जलकर के भार से जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा क्योंकि विभाग एवं सरकार द्वारा गांव में पेयजल की पर्याप्त मात्रा को बढ़ाने के लिए ऐसी कोई ठोस योजना दिखाई नहीं देती है।अल्मोड़ा नगर में आए दिन विभिन्न वार्डों में पेयजल का संकट होना,पेयजल वितरण का समय निश्चित ना होना जल संस्थान की घोर लापरवाही एवं अव्यवस्था को दर्शाता है।कांंग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि जल संस्थान एवं पेयजल विभाग यदि शीघ्र इस दिशा में नहीं चेता और लोगों की गंभीर पेयजल समस्या के निदान के लिए कार्य नहीं करता है तो कांंग्रेस पार्टी जनहित को देखते हुए विभाग एवं सरकार के खिलाफ जन आन्दोलन करने को बाध्य होगी।