अल्मोड़ा-कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष द्वाराहाट के पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा की करनी व कथनी में खासा अंतर है।उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के मामले में यह एक बार फिर से साबित हो गया है।उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर जहां कालेज को नंवबर से शुरू करने का दावा किया जा रहा है जबकि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी )में आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है।मदन बिष्ट मंगलवार को अल्मोड़ा में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।इस मौके पर उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह बिष्ट भी मौजूद थीं।बिष्ट ने कहा कि एनएमसी ने साफ किया है कि फीस तो जमा की है लेकिन सरकार की ओर से अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है।बिष्ट ने कहा है कि सरकार का यह कदम जनता के साथ धोखा है।उन्होंने कहा कि पहाड़ की जवानी व पानी बर्बाद नहीं होने देने का दावा किया जाता है। वहीं कुमाऊं में एम्स का सेटलाइट सेंटर तक तराई में स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज 22- 23 से पहले शुरू नहीं हो सकेगा और तब तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आजाएगी।बिष्ट ने पीएमजीएसवाई में के तहत बन रही सड़कों में भी मानकों के उल्लंघन का आरोप लगाया।उन्होंने कहा कि आपदा राहत में सरकार की पोल खुल गई है।केवल हवाई घोषणाएं हो रही हैं।2013 में आई आपदा के बाद यूपीए सरकार ने तत्काल 250 करोड़ का पैकेज दिया था लेकिन वर्तमान सरकार मौन है।प्रदेश में महंगाई व भ्रष्टाचार से आम जनता त्रस्त है।2022 में जनता फिर एक बार कांग्रेस को सत्ता में पहुंचाने के लिए तैयार है।इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह बिष्ट ने कहा कि कोरोना से लेकर अब तक उनके स्तर से अहम कार्य किए जा रहे हैं।जिला पंचायत ने गांव स्तर पर सेनेटाइजेशन का किया।इस बीच डेंगू को लेकर भी संवेदनशील बनी हुई है।उन्होंने कहा कि पंचायत के अधीन शिक्षा व अन्य मदों में भी कई उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।आपदा के तहत इस बीच हुई क्षति का आंकलन किया जा रहा है।जल्दी ही इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।प्रैस वार्ता में पूर्व विधायक मनोज तिवारी,कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष तारा चंद्र जोशी आदि उपस्थित रहे।