अल्मोड़ा-आज पूर्व दर्जा मंत्री और भाजपा नेता ए के सिकंदर पवार ने पातलीबगड़ स्थित शमशान घाट में पहुंचकर विगत दिवस बिन्सर अग्निकांड में मारे गए वन विभाग के कर्मचारी दीवान राम के अन्तिम संस्कार में मृतक के परिवार जनों को ढांढस बधाया।इस अवसर पर पूर्व दर्जामंत्री सिकंदर पवार ने कहा कि बिनसर में विगत दिवस हुए अग्निकांड में वन विभाग के चार कर्मचारियों की आग में जलने से मृत्यु हो गई थी जो अपने आप में एक गंभीर और झकझोर देने वाला मामला है।उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग भी की कि आग बुझाने के लिए एक अलग से वैकेंसियां निकाली जाए और प्रत्येक गांव से उन्हीं गांवों के लोगों को उसमें रखा जाए।इससे जहां एक और ग्राम वासियों को रोजगार मिलेगा वहीं दूसरी ओर उस क्षेत्र के होने के कारण उन्हें जंगल के रास्ते आदि की जानकारी होगी तथा नजदीक में रहने के कारण वह आग लगाने वालों को भी पकड़ सकते हैं।इससे जो पर्वतीय क्षेत्र में लगातार जंगलों में आग की घटनाएं हो रही है उनसे निजात पाने में काफी हद तक सफलता मिल सकती है।उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी मांग की कि मृतक परिवार से प्रत्येक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा घायलों को तुरंत एयर लिफ्ट करवाया गया तथा मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता के रूप में 10 लाख रुपए की धनराशि तुरंत दी गई।सिकंदर पवार ने कहा कि इस दुख की घड़ी में वे मृतकों एवं घायलों के परिवार जनों के साथ खड़े हैं और जो भी सहायता प्रभावित परिवारों की उनसे हो पाएगी वह प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता करेंगे।इसके साथ ही उन्होंने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से भी मांग की कि वन विभाग के कर्मचारियों को सुरक्षा के समुचित साधन उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि कम से कम वन विभाग के कर्मचारी जो आग बुझाने जाते हैं उन्हें अग्नि रोधी कपड़े दिए जाएं।साथ ही आग बुझाने के जो छोटे उपकरण हैं वन कर्मियों को उपलब्ध कराया जाए।उन्होंने कहा कि वनकर्मी अपनी जान पर खेल कर आग बुझा रहे हैं ऐसे में आवश्यक है कि उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से आग बुझाने के संसाधन आवश्यक रूप से उपलब्ध कराएं जाए।सिकन्दर पवार के साथ ललित आर्य,नन्दन आर्य,सुरेश परदेशी,शुभम पवार, हर्ष पवार आदि लोग भी उपस्थित रहे।