बागेश्वर-आज कवि जोशी जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस बागेश्वर द्वारा जिला अस्पताल बागेश्वर का निरीक्षण किया गया।जिसमें अस्पताल प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई।जहाँ अल्ट्रासाउंड रूम के बाहर मरीजो के बैठने की उचित व्यवस्था नही होने के कारण मरीज जमीन पर बैठे हुए थे। और डिलीवरी मरीजो के लिए भी बेड उपलब्ध नही थे वो लोग भी बाहर जमीन या बेंच में बैठे हुए थे।जिलाध्यक्ष कवि ने बताया कि सी०एम० एस०जिला अस्पताल बागेश्वर को इस का संज्ञान दिलाने पर उन्होंने व्यवस्था करने में टाइम लगता है अभी मुझे 45 दिन ही हुए है 1 महीने तक ये व्यवस्था हो जाएंगी ये कहा गया।युवा कांग्रेस बागेश्वर बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में व अपनी (जिलाधिकारी को पूर्व में दिए 25 सूत्रीय ज्ञापन) माँगों को पूरी करने के लिए 15 सितंबर 2021 को बागेश्वर नगर में पद यात्रा निकलेगा और उसके बाद एस०बी०आई०तिराहे पर सरकार,जिला प्रशासन व अस्पताल प्रशासन का पुतला दहन करेगा।जिला अस्पताल बागेश्वर निरीक्षण में अंकुर उपाध्याय प्रदेश प्रवक्ता युवा कांग्रेस उत्तराखंड भी मौजूद थे।विदित हो कि पूर्व में कवि जोशी जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस बागेश्वर द्वारा जिलाधिकारी को 25 सूत्रीय माँग पत्र दिया गया था।जिसमें कहा गया था कि बागेश्वर जिला बनने के बाद से लेकर अभी तक बागेश्वर जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आज भी संघर्ष कर रहा है और आज भी यहाँ का जिला अस्पताल रैफर सेंटर बन कर रह गया है।ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी बागेश्वर कार्यालय में स्वीकृत के सापेक्ष रिक्त पदों में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के चार पद स्वीकृत हैं।एक पद भरा है तथा तीन पद खाली हैं।वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का एक पद स्वीकृत है पर नियुक्ति नही है।प्रधान सहायक के तीन पद स्वीकृत हैं जिसमें एक पद खाली है।अवर अभियन्ता तथा औषधि निरीक्षक के एक एक पद स्वीकृत हैं पर दोनो पदों पर नियुक्ति नही है।चपरासी व अर्दली के एक एक पद स्वीकृत हैं पर नियुक्ति नही है।जिला चिकित्सालय बागेश्वर में स्वीकृति के सापेक्ष रिक्त पदों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का एक पद स्वीकृत है पर पद में नियुक्ति नही है।यूरोलौजिस्ट, न्यूरौलौजिस्ट,कार्डियोलौजिस्ट तथा चर्म रोग विशेषज्ञ का एक एक पद स्वीकृत है पर नियुक्ति नही होने से पद खाली पड़े है।ई०एन०टी० और साइक्लोजिस्ट के एक एक पद स्वीकृत हैं पर दोनो पदों पर नियुक्ति नही होने से पद खाली पड़े हैं।डेन्टल हाइजिनिस्ट तथा डेन्टल सर्जन का एक एक पद स्वीकृत है ये दोनों पद खाली है।चीफ फार्मासिस्ट के स्वीकृत तीनों पद खली हैं।मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का एक मात्र स्वीकृत पद भी खाली है।ट्रामा सेण्टर बागेश्वर में स्वीकृत के सापेक्ष रिक्त पदों में
आर्थोपेडिक सर्जन तथा रेडियोलैजिस्ट दो दो पद स्वीकृत हैं तथा सभी पद खाली छोड़े गये हैं।स्टाफ नर्स के स्वीकृत छह पदो के सापेक्ष पांच पद खाली रखे गये है।जिला क्षय रोक केन्द्र बागेश्वर में स्वीकृति के सापेक्ष रिक्त पदों में वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी,एक्सरे टैक्निशियन,टी०बी० एच० बी०,टिटमेण्ट आर्गनाइजर, डार्करूम सहायक के एक एक पद स्वीकृत हैं और सभी स्वीकृत पदों को खाली छोड़ा गया है।इन सभी रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्तिया की जाएं ।चिकित्सालय परिसर में जन औषधि केंद्र मात्र नाम का रह गया है।चिकित्सक यहां की दवाइयां नहीं लिखते हैं जबकि पंजीकरण पर्ची में जन औषधि की दवाइयां खरीदने की सलाह छपी होती है परंतु चिकित्सक इस पर अमल नहीं करते हैं।जिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड,एक्सरे, ब्लड टेस्ट की सेवा का पूरा लाभ जनता को नहीं मिल पा रही है। चिकित्सक मरीज को जिला चिकित्सालय के बजाय बाहर से ही अल्ट्रसाउंड,एक्सरे,ब्लड टेस्ट कराने को कहते हैं।इस परम्परा को तत्काल रोका जाए।चिकित्सालय परिसर में सभी कक्षों मे सीसी कैमरे लगाए जाएं।चिकित्सालय में नियमित रूप से पानी की आपूर्ति नहीं होती है जिससे मरीज व तीमारदार परेशान रहते हैं।बागेश्वर का महिला चिकित्सालय कहां गया सरकार सार्वजनिक करे।बागेश्वर मे बेस चिकित्सालय जल्द से जल्द स्वीकृत हो।जिलाधिकारी के नाम की शिकायत पत्र पेटी जिला अस्पताल में लगाई जाए जिसकी चाबी जिला अधिकारी के पास रहे व प्रत्येक सप्ताह जिलाधिकारी इस पेटी मे डलने वाली शिकायतो को स्वयं संज्ञान लेवें।चिकित्सकों द्वारा दवाइयों के ब्रांडेड नाम के बजाय साल्ट नेम लिखने को कहा जाय।ज्ञापन के माध्यम से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि जल्द से जल्द मांगों पूरी नही की गई तो युवा कांग्रेस बागेश्वर उग्र जन आंदोलन करने के लिए वाध्य होगी।जिलाध्यक्ष कवि जोशी ने बताया कि आज इतना समय बीत जाने के बाद भी उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक कोई कार्यवाही नहीं हुई।