बागेश्वर-आज जारी एक बयान में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघठन बागेश्वर के जिला कोषाध्यक्ष रूद्रा पाण्डे ने कहा कि प्रदेश सरकार सत्ता के नशे में चूर है तथा लगातार तुगलकी फैसले ले रही है।उन्होंने कहा कि छात्र कोष जो छात्रों के विकास के लिए रखा जाता है उसे भी प्रदेश सरकार पचास प्रतिशत तक अपने अधीन करना चाहतीं है।उन्होंने कहा कि हमारे मंत्री जी स्वयं एक छात्र रह चुके है और छात्र कोष का इस्तेमाल उन्होंने भी किया होगा।ये कोष छात्रों के लिए होता है और अगर प्रदेश सरकार इसे भी अपने अधीन करना चाहती है तो छात्रहित में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा क्योंकि छात्रसंघ के पास एक ही राशि होती है जिसे वो अपने स्वयं के अनुसार प्रयोग कर सकते है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश के अठ्ठारह अशासकीय महाविद्यालयों को अनुदान राशि भी बंद कर रही है जिससे इन महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन दिया जाता था।इस फैसले से राज्य के एक तिहाई छात्र प्रभावित होने वाले हैं।इन महाविद्यालयों में सस्ती शिक्षा होने के चलते बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं प्रवेश लेते थे लेकिन भविष्य में शिक्षकों,कर्मचारियों के वेतन देने के लिए प्रबंधन को छात्र छात्राओं पर निर्भर रहना पड़ेगा जिससे बेतहाशा शुल्क में वृद्धि होगी।उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए इन फैसलों को छात्र हित मे वापस लेने की मांग की।