श्रीनगर-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रांत अधिवेशन 8 जनवरी से 10 जनवरी तक मां धारी देवी व शहीद विपिन रावत की जन्मभूमि श्रीनगर में संपन्न हुआ।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अधिवेशन में उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों से छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करते हैं।इस अधिवेशन में पद्मश्री बसंती बिष्ट मुख्य अतिथि के तौर पर रही।अधिवेशन में अभाविप ने इस वर्ष शिक्षा की वर्तमान चुनौतियां और समाज की भूमिका व उत्तरांचल प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य को लेकर दो प्रस्तावों को पारित किया है।अभाविप की वर्ष 2021-22 की कार्यकारिणी का निर्वाचन किया गया है।जिसमें प्रांत अध्यक्ष डॉ ममता सिंह व प्रांत मंत्री काजल थापा को नियुक्त किया गया है।सोबन सिंह जीना परिसर के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजन चंद जोशी को पुनः एक बार प्रदेश सह मंत्री नियुक्त किया है।वही जिला संयोजक की जिम्मेदारी एक बार फिर से कमल नेगी को दी गयी है।राजन चंद्र जोशी ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह अधिवेशन प्रान्त का 22 वां अधिवेशन था।जिसमें पूरे प्रदेश भर के जिलों की अलग-अलग इकाइयों से लगभग तीन सौ छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया और उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा उन्हें प्रदेश सह मंत्री जैसे महत्वपूर्ण दायित्व को दोबारा देने पर वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। उन्होंने कहा का वे परिषद द्वारा दी गई जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से निर्वहन करेंगे और विद्यार्थी परिषद के शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरे उतरे़गे। साथ ही अल्मोड़ा जिले से प्रांत सम्पर्क प्रमुख जगत सिंह बिष्ट,प्रांत एस एफ डी प्रमुख निर्मल,प्रांत छात्रसंघ चुनाव प्रमुख दीपक उप्रेती,प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख ललित कनवाल,कुमाऊं सह सयोंजक दीपक भैसोड़ा,जिला सह सयोंजक नीरज बिष्ट,ममता गैंडा,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य वरुण कपकोटी,भारतेंदु कांडपाल,धीरेंद्र बेलवाल,लाल सिंह बिष्ट आदि कार्यकर्ताओं को भी इस वर्ष प्रांत कार्यकारिणी में दायित्व मिले हैं।