अल्मोड़ा-आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अल्मोड़ा इकाई के कार्यकर्ता जिला संयोजक कृष्णा नेगी एवम् प्रान्त प्रमुख एस०एफ०डी० प्रमुख निर्मल तड़ागी ने विश्वविद्यालय के तानाशाही रवैये के खिलाफ प्रातः 11 बजे से 2 बजे तक तीन घन्टे का मौन व्रत रखा।इसके पश्चात् प्रान्त प्रमुख निर्मल तड़ागी ने बताया कि छात्र हितों हेतु अभाविप पिछले दस दिनों से लगातार ज्ञापन एवं अन्य माध्यमों से संघर्षरत है।परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रहितों में बिल्कुल ध्यान ना देकर तानाशाहपूर्ण रवैये के साथ छात्रों की मांगों को नजरअंदाज कर रहा है।आज का मौन धारण केवल विश्वविद्यालय को चेताने के लिए एक संकेत था।यदि 24 घण्टे के अन्दर विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों की मांगों पर आवश्यक एवम् सकारात्मक कार्यवाही का संदेश नहीं दिया गया तो अभाविप अल्मोड़ा सम्पूर्ण कार्यकर्ताओं के साथ आन्दोलन में तेजी लाते हुए कल से क्रमिक अनशन की शुरूआत करेगी।उन्होंने कहा कि इस प्रकार छात्रहितों में उन्हें जो भी भूमिका निभानी पड़े तथा जिस भी हद तक जाना पड़े वे संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाने हेतु लगातार संघर्षरत रहेंगें।साथ ही अभाविप जिला संयोजक कृष्णा नेगी ने समस्याओं/मांगों पर प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि परीक्षा परिणामों में विद्यार्थियों को शून्य अंक दिए गये हैं।कुछ परीक्षार्थियों का परीक्षाफल अभी तक घोषित नहीं किया गया है।आनलाईन आर टी आई से सम्बन्धित समस्याओं का निदान नहीं हुआ है।बी०काम०/बी०एस०सी० की उत्तरपुस्तिकाओं की निशुल्क पुनः जांच की जाए।आन्तरिक परीक्षाओं में छात्रों को बहुत कम अंक मिलें है इसकी जांच की जाए।सभी विषयों में समान अंक दिए जाने की जांच की जाए।शुद्व पेयजल एवं शौचालय सम्बन्धित समस्याओं का समाधान किया जाए।बी०एड०/एल एल०बी० का परीक्षा शुल्क कम किया जाए।नये विश्वविद्यालय में पर्वतीय क्षेत्रों के अनुरूप फीस कम कराई जाए।नये प्रवेश में आनलाईन के साथ आफलाईन प्रवेश की सुविधा दी जाए।अतिरिक्त कटने वाली फीस सात दिन के भीतर वापस हो।इसके अलावा छात्रहितों की अन्य मांगों पर भी कार्यवाही की मांग की गयी।उक्त मौनधारण में निर्मल तड़ागी एवं कृष्णा नेगी के साथ अभाविप अल्मोड़ा के नगर मंत्री पंकज बोरा,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुनय पान्डेय,नवीन नैनवाल आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।