कपकोट-कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्सवाण क्षेत्र के दूरस्थ और अंतिम गाँव के बोरबलड़ा के समंडर में स्थित प्राइमरी पाठशाला की दुर्दशा देखकर बिफर पड़े।पूर्व विधायक ललित फर्शवाण ने कहा कि सड़क से लगभग बीस किलोमीटर दूर इस पाठशाला में लगभग चौबीस बच्चे अध्ययन करते है।वहां के निवासियों ने बातचीत में पूर्व विधायक को अवगत कराया कि बरसात में विद्यालय की छत से पानी रुकने का नाम नही लेता है।विद्यालय का भवन पूर्ण रूप से जर्जर अवस्था में है।भवन के भीतर आवारा पशु घुसे रहते हैं और विद्यालय परिसर में धर्मशाला जैसा माहौल है।शिक्षा विभाग से भवन सुधार के लिए सारी कार्यवाही की जा चुकी है पर जब ठेकेदार से मालूम किया गया तो ठेकेदार ने बताया कि उन्हें अभी काम करने के निर्देश तक जारी नही किये गये है।लोगों ने बताया कि स्थानीय विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों को लगातार विद्यालय की समस्याओ से अवगत कराया जाता रहा है पर जनसमस्याओं की लगातार अनदेखी हो रही है।पूर्व विधायक ने विद्यालय के इस भवन की जल्द से जल्द सुधारीकरण का मांग शिक्षा विभाग से की है ताकि भविष्य में कोई अनहोनी न हो।पूर्व विधायक ने कहा कि बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं।यदि उन्हें शिक्षा देने वाले विद्यालय ही इस दुर्दशा में होंगे तो कैसे इन बच्चों का भविष्य सुधरेगा ये सोचनीय विषय है।