देहरादून-उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस चार्जसीट कमेटी की बैठक सम्पन्न हो गयी।इस बैठक की जानकारी देते हुए समीति से सदस्य और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने बताया कि इस बैठक की अध्यक्षता पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात ने की जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह,पूर्व गृह राज्यमंत्री राम सिंह सैनी,अम्बरीष कुमार,एस०पी० सिंह इन्जिनीयर,प्रो० बलवन्त सिंह,जोत सिंह बिष्ट और धीरेन्द्र प्रताप ने प्रमुख रूप से इस बैठक में भाग लिया।धीरेन्द्र प्रताप ने बताया कि यह बैठक जो करीब ढाई घण्टे चली उसमें राज्य के मौजूदा हालात,भाजपा के पिछले चार के क्रियाकलापों और कार्यप्रणाली पर जहां विषद चर्चा हुई,राज्य में आसमान छूती मंहगाई,दिन दुगनी रात चौगुनी बढ़ती बेरोजगारी और भ्रष्टाचार, कोविड-19 के मुकाबला करने में राज्य सरकार की पूर्ण विफलता और उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलकारियों के चिन्हीकरण,आरक्षण जैसे सवालों पर राज्य सरकार की गम्भीरता न होने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई।कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह जो चमोली के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करके लौटे थे,उन्होनें प्राकृतिक आपदा में सरकार का चेहरा कहीं भी न दिखाई देने पर सरकार को निशाना बनाया।समिति के अध्यक्ष नवप्रभात ने राज्य सरकार से जुडे तमाम मुद्दों पर समिति के सदस्यों विस्तृत चर्चा की और तमाम मुद्दों पर समिति के सदस्यों के विचारों को संकलित किया।धीरेन्द्र प्रताप ने बताया कि समिति अपना काम तेजी से करेगी और अगली 18 फरवरी को समिति की पुनः दुसरी बैठक होगी।जिसमें समिति के सदस्य बाकी बची समस्याओं और सरकार द्वारा निदान न किये जाने पर अपने आकलन परिपत्र समिति अध्यक्ष नवप्रभात को सौंपेगें।उन्होनें बताया कि इस बीच चार्जसीट कमेटी के अध्यक्ष नवप्रभात के सुझाव पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य कांग्रेस के तमाम जिलाध्यक्षों और ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्षों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्र की विकास सम्बन्धित समस्याओं पर राज्य सरकार की विफलता पर तथा अपने स्थानीय मुद्दों पर राज्य कांग्रेस को अवगत करायें।जिससे कि प्रदेश कांग्रेस की चार्जसीट को राज्य स्तर से लेकर जिला व ब्लाॅक स्तर तक प्रमुख रूप से जोड दिया जाए।
