अल्मोड़ा-आज नगर व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष संजय शाह रिक्खू ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि जिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष द्वारा बड़ा हास्यास्पद बयान दिया गया है कि सरकारी संस्था गल्ला विक्रेताओं को व्यापार मंडल की सदस्यता से इसलिए वंचित किया जा रहा है कि उनका अपना संगठन है। उन्होंने कहा कि शायद जिलाध्यक्ष भूल गए हैं कि जिस व्यापार मंडल की चुनाव की वह तैयारी कर रहे हैं उस व्यापार मंडल में मिठाई, रेस्टोरेंट,होटल एवं बारबर के व्यापारियों का भी अपना संगठन है। इस तरह सरकारी संस्था गल्ला विक्रेताओं का भी अपना संगठन है जो अपने डीलरों के हितों की रक्षा करने के लिए बनाया गया है।आज सस्ता गल्ला विक्रेताओं और मीट व्यापारियों को व्यापार मंडल का सदस्य नहीं बनाया जा रहा है और ना ही उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जा रही है।जबकि होटल,रेस्टोरेंट,मिठाई एवं बारबर के व्यापारियों को व्यापार मंडल की सदस्यता भी दी जा रही है और चुनाव भी लड़ सकते हैं।ऐसे में नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपनी मनमानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल के स्वयंभू कमांडरों की यह मनमानी किसी भी सूरत हाल पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।वर्तमान में व्यापार मंडल की चुनाव समिति एवं जिले में कई महत्वपूर्ण पदों पर लोगों को रखा गया है और बड़े दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि उनकी कोई दुकान ही नहीं है।आज अल्मोड़ा नगर का व्यापारी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है।व्यापारियों में आम चर्चा है कि व्यापार मंडल के इतिहास में 2016 से अब तक व्यापार मंडल का सबसे निराशाजनक कार्यकाल रहा।पूर्व के व्यापार मंडल में समय में कलेक्ट्रेट आज विकास भवन स्थानांतरित हो गया है जिसके स्थानांतरण होने से व्यापारियों का व्यापार चलना तो बहुत दूर की बात रही आज बनी करना भी एक चुनौती बना हुआ है।जब कलेक्ट्रेट विकास भवन स्थानांतरित होने की तैयारी चल रही थी उस समय के व्यापार मंडल ने इसका विरोध क्यों नहीं किया?कहा कि व्यापारी नेता यह भी भूल गए थे कि जिन व्यापारियों ने बड़ी उम्मीद के साथ उन्हें अपने हितों की रक्षा करने के लिए चुना था और चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करके गए थे वह कलेक्ट्रेट स्थानान्तरण से नहीं रोक पाए। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल के अनेक नेताओं की मनमानी किसी भी सूरत हाल पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी एवं इसका पूर्ण विरोध किया जाएगा और व्यापारी हितों की रक्षा के लिए जैसे पूर्व में मेरे द्वारा संघर्ष किया गया है वह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर व्यापार मंडल के पूर्व नेता यह समझते हैं कि उनके कार्यकाल में व्यापारियों के हितों की रक्षा की गई है तो चार साल के कार्यकाल में वह एक ऐसा काम बता दें जो उन्होंने व्यापारिक हितों में किया है। उन्होंने कहा कि अगर व्यापारी हित का ऐसा एक भी काम वे बता दें तो वे वादा करते हैं कि राजनीति करना छोड़ दे़गे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *